जालन्धर (रमेश कुमार) दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा हॉलीवुड एस्टेट में शिव संध्या करवाई गई। जिसके भीतर गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या रूपेश्वरी भारती जी ने बताया कि इस सृष्टि का सत्य केवल मात्र सदाशिव ही है। साध्वी जी ने प्रवचनों में बताया कि शिव को नीलकंठ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि पौराणिक कथाओं के अनुसार, उन्होंने देव-दानवों द्वारा अमृत के लिए किए गए समुद्र मंथन में निकले 14 रत्नों में सबसे अधिक विनाशकारी विष को पी लिया था और जहर के प्रभाव से उनका कंठ नीला पड़ गया। देखा जाए, तो भगवान शंकर प्रकृति के देव है। स्वयं हिमालय पर प्रकृति के बीच रहते है और संपूर्ण प्रकृति एवं मानवता की रक्षा के लिए उन्होंने विष पी लिया। यह परोपकार की अनूठी पराकाष्ठा है। आध्यात्मिक व भौतिकसंसार को संचालित करने के लिए आवश्यक प्रकृति के साथ आत्मीय संबंध स्थापित करने तथा उसे बचाने मेंसब कुछ न्योछावर करने वाले शिवजी को इसीलिए भोले शंकर कहा जाता है वर्तमान में नीलकंठ महादेव का कोई प्रतिनिधि है, तो वे हमारी धरती के वृक्ष हैं। जो प्रदूषण रूपी विष को पीकर दुनिया को प्राणवायु देकर जन-कल्याण कर रहे हैं। नीलकंठ महादेव के सारे गुण पेड़ में विद्यमान है। भोले शंकर की तरह कार्बन डाईऑक्साइड के विष को पीकर सृष्टि को संचालित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ये हमें शिवजी के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा भी देते है। नीलकंठ शिव की सच्ची आराधना उनके प्रतिबिंब के रूप में साक्षात दिखाई देने वाले देववृक्षों के रोपण और उनकी परवरिश करने में ही निहित है। पूरी प्रकृति का संचालन शिव-शक्ति द्वारा ही होता है। उनके प्रतिनिधि के रूप में यह तरु-संपदा ही हमारी आस्था और श्रद्धा का केंद्र बननी चाहिए। वृक्षों में ही हमें आध्यात्मिक, धार्मिक, औषधीय, पर्यावरणीय और सामाजिक मूल्य मिलते हैं। यह भी सच है कि परोपकार का भाव पैदा करने का सबसे अच्छा उपाय यही है कि हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और पर्यावरण को स्वच्छ करें। प्रदूषण के विष से समूची मानवता को बचाने का यह उपाय ही हमारे लिए शिवत्व कहलाएगा। इस भजन संध्या में सुमधुर ढंग से साध्वी किरण भारती, पूर्णिमा भारती, साध्वी निवृति भारती ,हरि अर्चना भारती और स्वामी कुलविंदर ,अमृत, सुनील, द्वारा भजनों का गायन किया गया।इस दौरान वीरेंद्र सचदेवा, आरती सचदेवा परिवार सहित साध्वी पल्लवी भारती, साध्वी शशि प्रभा, साध्वी कंवल भारती, स्वामी सज्जनानंद, सुखदेव सिंह सहित ओर भी गणमान्य उपस्थित रहे।
Shiv Sandhya was organized by Divya Jyoti Jagrati Sansthan at Hollywood Estate