मानसा (रमेश कुमार) बीते दिनों मानसा बस स्टैंड में 10 वर्षीय बच्चे का शव मिला था जिसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर जांच की तो बच्चे की पहचान नहीं हो पाई। अब इस उक्त मामले में नया मोड़ आया है। पता चला है कि कलियुगी मां ने ही अपने 10 वर्षीय बच्चे की हत्या की है। बताया जा रहा है कि बच्चे आगमजोत का बर्थ सर्टीफिकेट या अन्य कोई पहचान पत्र नहीं था जिसके चलते उसका पासपोर्ट नहीं बन रहा था। कलियुगी मां ने दुबई जाने की चाहत में बच्चे के साथ रूंह कंपा देने वाली वारदात को अंजाम दिया। वहीं जब बस स्टैंड पर पड़े बच्चे के शव की वायरल हो रही सोशल मीडिया पर चाचा ने वीडियो देखी तो उसके होश उड़ गए। उसे यकीन नहीं हुआ कि उसका भतीजा के शव इस तरह लावारिस हालत में बस स्टैंड पर पड़ा है। उसने देखा कि यह तो उनका भतीजा आगमजोत है। जब उसने घर भाभी को फोन किया तो उसने बच्चे को पहचानने से इंकार कर दिया। उसने कहा कि उसका बेटा तो ननिहाल गया हुआ है। फिर उसने अपनी बहन से बात की तो उसने कहा कि यह तो आगमजोत ही है। फिर दोबारा भाभी को फोन किया तो उसने कहा कि उसकी बात ननिहाल में हुई है, आगमजोत सो रहा है। जब पुलिस मानसा पहुंची तो मां से पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। फिलहाल पुलिस ने मां के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। आगमजोत के चाचा ने बताया कि मां जसमीन ने हरदीप सिंह के साथ लव मैरिज की थी। पिता हरदीप 3 सालों से जेल में है। वह दुबई जाने की प्लानिंग कर रही थी जिसकी चाहत में उसने दरिंदगी की हदें पार की है।
A heart-wrenching case, a Kaliyugi mother killed her own innocent son.