3 मार्च जालंधर (रमेश कुमार ) दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एवं स्थानीय समूह नगर निवासियों द्वारा चार दिवसीय भगवान शिव कथा का आयोजन न्यू गुरु नानक नगर,नागरा फाटक के साथ, नजदीक जस्से वाला पुल ,गुलाब देवी रोड़,जालंधर में किया गया। जिसमे गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की परम शिष्या साध्वी सुश्री मेधावी भारती जी ने सत्ती दहन प्रसंग भगतों के समक्ष रखा गया। उन्होंने बताया जब देवी सत्ती स्वयं को योग अग्नि द्वारा दक्ष के यज्ञ में भस्मीभूत करती है तो अंतिम समय में प्रार्थना करती है कि अगले जन्म हे शिव शम्भु आपको ही पायूँ। उसी माँग के तहत वह पार्वती जी के रूप में जन्म लेकर अपनी अधूरी भक्ति को पूर्ण करती है। हमेशा के लिए शिवमय हो जाती है।
नारी शशक्तीकरण पर उन्होंने कहा कि नारी शक्ति है परन्तु जब तक वह अपनी आत्मा को जान अपनी शक्तियों को प्रकट नहीं कर देती तब तक ना तो अपना कल्याण कर सकती है और ना ही समाज का।अर्धनारेश्वर रूप में शिव भगवान समाज को संदेश देते है कि नारी को सम्मानीय दर्जा दो। जो समाज नारी का सम्मान नहीं कर सकता वह कभी उन्नति के शिखरों को नहीं छू सकता।
जैसे शिव का संग कर देवी पार्वती के जीवन का अमंगल मंगल में बदल गया ऐसे ही हर मानव के जीवन के दुख चिंताएँ प्रभु के धयान भक्ति से आनंद में परिवर्तित हो पायेंगे। इसलिए संतों की शरण में कदम बढ़ायें प्रभु का दर्शन पाएँ। कथा को श्री आरती के साथ विश्राम दिया गया। आरती में विशेष रूप से स्वामी सज्जनानंद जी,साध्वी पल्लवी भारती जी,साध्वी पूनम भारती जी, जगदीश राम समराय पार्षद,ऊषा रानी समराय समाज सेविका,जे के दत्ता,ऊषा दत्ता,पुनीत शर्मा,प्रवीण शर्मा,प्रमोद शर्मा,सुषमा शर्मा,राहुल कुमार, नैंसी, नरेश शर्मा,सविता शर्मा,और भारी मात्रा में श्रद्धालुगण शामिल हुए, संत समाज द्वारा मधुर भजनों का गायन किया गया।