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दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा गीता मन्दिर आदर्श नगर में करवाई जा रही श्री कृष्ण कथा का द्वितीय दिवस

6 नवम्बर (रमेश कुमार) दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एवं श्री गीता मंदिर की ओर से तीन दिवसीय श्री कृष्ण कथामृत ” वन्दे जगद्गुरूम्” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन श्री गीता मंदिर, आदर्श नगर, नज़दीक फुटबॉल चौक, जालंधर में किया गया। कथा के दूसरे दिन श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री मेधावी भारती जी ने बताया कि महाभारत के भीषण युद्ध से पूर्व भगवान श्री कृष्णा कौरवों की राज्यसभा में एक शांति दूत बनकर गए।अधर्मी दुर्योधन को मित्रवत शैली में समझाया। आधे राज्य की अपेक्षा मात्र पांच गांव में समझौता करने तक को तैयार हो गए। फिर भी दुर्योधन नहीं माना। तब श्री भगवान ने उसे भय दिखाया। धनक्षय , जनक्षय, यहां तक की सर्वनाश की खरी चेतावनी दी। तब भी नहीं माना तो अपना विराट स्वरूप साक्षात प्रकट कर दिखाया।साम दाम दंड भेद सब नीतियों से दुर्योधन को सन्मार्ग दिखाने की चेष्टा की। परंतु दुर्योधन ने श्री कृष्ण के सभी शांति प्रस्तावों को ठुकरा दिया। तब धर्म संस्थापना के लिए विवश होकर धर्म संरक्षक भगवान को महाविध्वंसकारी युद्ध का शंखनाद करना पड़ा और कौरवों तथा अधर्मी राजाओं का संहार कर धर्म को स्थापित किया। साथ ही गीता का उपदेश देकर धर्म की सच्ची परिभाषा मानव समाज की समक्ष रखी। उस समय धर्म की अलग-अलग परिभाषाएं समाज में प्रचारित हो रही थी। भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से सारे समाज को समझाया की धर्म नारी अपमान, आतंक, समाज में अनैतिकता, असमानता तथा अपने कर्तव्यों से विमुख हो जाने की भावना आरोपित करने वाला बीज नहीं है। यह तो वह बीज है,जो मानव में श्रेष्ठ भावनाओं को आरोपित कर उसे लोक कल्याण की ओर अग्रसर करता है। परंतु इस बीच को स्वयं में रोपित करने के लिए जरूरी है सर्वश्रेष्ठ कल्याणकर्ता अर्थात ईश्वर को धारण करने की। ईश्वर का साक्षात्कार होने पर ही अंतःकरण में यह विराट धर्म पनप पाता है। सो इस वास्तविक धर्म को जानने, समझने व अपने जीवन में लागू करने के लिए हमें एक ऐसे सद्गुरु की आवश्यकता है। जो हमें ब्रह्म ज्ञान प्रदान कर उस ईश्वर का साक्षात दर्शन करवाकर सच्चे धर्म की ओर हमारा मार्ग प्रशस्त कर दे।

कथा के दूसरे दिन की सभा को विश्राम प्रभु की पावन आरती करके दिया गया। आरती में विशेष रूप से स्वामी सज्जानंद, साध्वी पल्लवी भारती, साध्वी कंचनमुकता भारती, राजेश मेहता एडिनेशनल एडवोकेट जनरल, समीर मरवाहा गोल्डी प्रधान गीता मंदिर, डाक्टर बी डी शर्मा, संतोष परमार, कृष्णा परमार, शादी लाल धीर, सत्य धीर, मुनीश परमार, सुरेश सेठी, सुरिंदर सोनिक, ऋतु सेठी, अविनाश कुमारी, रमेश शर्मा, संजीव शर्मा, पंडित दीन दयाल शर्मा, पवन लूथरा, जीवन शर्मा, अवतार लूथरा, गुरप्रीत संधू, परमजीत, रीना दीदी, संदीप शाहकोट, सुखवीर सिंह,लवप्रीत सिंह और अन्य श्रद्धालुगण उपस्थित हुए। इस दौरान सारी संगत के लिए लंगर की व्यवस्था भी की गई। Second day of Shri Krishna Katha being organized by Divya Jyoti Jagrati Sansthan in Geeta Mandir Adarsh ​​Nagar.

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