25 अगस्त (चंडीगढ़) पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान व गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित के बीच टकराव बढ़ता ही जा रहा है। इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है कि पंजाब गवर्नर ने सी.एम. मान को एक बार चिट्ठी लिखकर चेतावनी दी है।
जानकारी के अनुसार गवर्नर ने सी.एम. मान को 4 पेजों की चिट्ठी में सख्त शब्दावली की इस्तेमाल करते हुए कहा कि सभी चिट्ठियों के जवाब दिए जाएं। इस दौरान उन्होंने 1 अगस्त को लिखी चिट्ठी की भी याद दिलाई और कहा कि अभी तक मुझे इसका जवाब नहीं दिया है। गवर्नर ने कहा वह इस मुद्दे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को रिपोर्ट भेज रहे हैं। अगर सी.एम. ने चिट्ठी का जवाब नहीं दिया तो वह राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करेंगे।
राज्यपाल ने अपने पत्र में लिखा है कि मुख्यमंत्री के इस व्यवहार पर उनके पास कानून और संविधान के मुताबिक कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा है कि अगर उन्होंने गवर्नर हाउस के पत्रों का जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राज्यपाल ने 4 पेज का यह पत्र स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री भगवंत मान को भेजा है। 15 अगस्त को लिखा गया ये पत्र अब सामने आया है।
पत्र में राज्यपाल ने कहा कि पंजाब में नशाखोरी चरम पर है। एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में दवा दुकानों पर भी नशा उपलब्ध हैं। राज्य सरकार द्वारा नियंत्रित शराब की दुकानों पर भी नशीले पदार्थ बेचे जा रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि हाल ही में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, एनसीआरबी और चंडीगढ़ पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में लुधियाना से 66 शराब ठेकों को सील कर दिया है।
गवर्नर ने आगे कहा कि मुझे कानूनी कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ेगा। राष्ट्रपति को धारा 124 व आर्टीकल 356 का हवाला देते हुए संवैधानिक तंत्र पर फेल होने की रिपोर्ट भेजेंगे। इस बार की चिट्ठी में गवर्नर ने अब तक की सी.एम. मान को लिखी चिट्ठियां व सी.एम. मान द्वारा की गई टिप्पणियों की के बारे में बात की है। उन्होंने टिप्पणियों का जिक्र करते हुए कहा कि सी.एम. ने कहा था कि, ”पता नहीं महाराष्ट्र से है या नागालैंड से। दुसरी टिप्पणी में-राजभवन के ‘जनाबे अली’ को चुनाव लड़ना चाहिए, फाजिल्का या फिरोजपुर जाते हैं वहां चुनाव लड़ लें, वो मेरे हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं और मुझे बुरा भला कहते हैं। तीसरी टिप्पणी में-कागजों का एक सैट लहराते विधानसभा के अंदर कहा था कि, मेरे हाथ में पकड़ी ये मोटी सी किताब गवर्नर के लिखे मुझे ‘लव लैटर’ हैं, यही नहीं मेरे लिए ‘वेहला’ जैसे शब्द इस्तेमाल किया गया।”
आर्टीकल 356 के अनुसार पंजाब की सारी साशन राष्ट्रपति के हाथ चला जाएगा। यह साशन लग गया तो सी.एम. मान की सारी पावर राष्ट्रपति व गवर्नर के पास चली जाएगी। इसके बाद राष्ट्रपति केंद्रीय कैबिनेट की सलाह पर काम करते हैं। Breaking: Punjab governor’s direct warning to CM Mann, said- answer, otherwise President’s rule