फ्रंट लाइन (रमेश कुमार)रोटरी क्लब ऑफ जालंधर की ओर से बेस्ट वेस्टर्न होटल जालंधर में एक विशेष ज्ञान वर्द्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें क्लब के नए प्रधान , बी.के. मैनी और सचिव अश्विनी सहगल की नियुक्ति की गई । कार्यक्रम में विशेष रूप से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की साध्वी बहनों को आमंत्रित किया गया । श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी रूपेश्वरी भारती जी ने अपने संबोधन में टीमवर्क के महत्व के विषय में बताया ।उन्होंने कहा कि लोगों की भीड़ को टीम नहीं कहते। लोगों का समूह जो किसी विशेष लक्ष्य के लिए एक दिशा में एकजुट होकर काम करें वह टीम होती है। यदि हम सृष्टि में देखें तो हर वस्तु सामूहिक संगठन पसंद करती है । इंसान ही नहीं बल्कि पशु पक्षी जीव जंतु भी टीमवर्क के महत्व को जानते हैं । चीटियां टीम वर्क करती हैं तो अपने से कई गुना भारी वस्तु को एक साथ मिलकर उठा लेती हैं। सारस नुमा पक्षियों का झुंड भी एक साथ इस तरह पंक्तिबद्ध होकर उड़ते हैं वी शेप में जिससे वह हवा को काटते हैं और ऐसा करने से उनकी गति में 70% बढ़ोतरी हो जाती है और कुछ मील उड़ने वाले पक्षी हजारों मील की यात्रा कर लेते हैं । जब सूर्य की किरणें संगठित होकर धरती पर आती हैं तो अंधेरे की चादर को चीर देती हैं । जब पानी की बूंदे संगठित समूह में बादलों से वर्षा के जल के रूप में बरसती हैं तो पल भर में धरती की प्यास को बुझा देती हैं। तभी कहा भी गया है कि एक हाथ को दूसरे का साथ मिल जाए तो कामयाबी आसान हो जाती है। टीम का मतलब होता है टूगैदर एंपावरिंग टू अचीव मोर। साध्वी जी ने टीमवर्क के महत्व को बहुत ही रचनात्मक ढंग से एक्टिविटीज के माध्यम से सभी को समझाया।
साध्वी जी ने टीम वर्क के लिए आवश्यक सहयोग, तालमेल, वचनबद्धता एवं आत्मविश्वास आदि विषयों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसी भी काम को सफलतापूर्वक करने के लिए आत्मविश्वास बहुत आवश्यक है ।जब हम अपने भीतर स्थित आत्म- तत्व के साथ जुड़ जाते हैं तो हमारे भीतर आत्मविश्वास उत्पन्न होता है ।अपने भीतर उस आत्मिक शक्ति से जुड़ने के लिए ब्रह्म ज्ञान की आवश्यकता है । किसी पूर्ण सतगुरु से ब्रह्म ज्ञान प्राप्त कर हम अपने अंतर्घट में स्थित आत्मिक शक्ति से जुड़ सकते हैं । कार्यक्रम में शहर के विशिष्ट अतिथि गण मौजूद थे।
Special knowledge enhancing program organized by Rotary Club of Jalandhar.माध्यम से सभी को समझाया।