फ्रंट लाइन (रमेश, नवदीप) कथा के अंतिम दिवस में श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्या साध्वी सुश्री मेधावी भारती जी ने मां भगवती की कथा को बताते हुए कहा कि मां एक शक्ति हैजो सारे संसार का सृजन पालन तथासंहार करती है। श्रीमद् देवी भागवतमें देवी मां ने खुद कहा है कि मैं ही सब कुछहूँ। मेरे सिवा कोई और अविनाशी हैही नहीं। हमारे ऋषि मुनियों ने दिव्यदृष्टि के साथ उस शक्ति का दर्शनकिया तो सबसे पहले उसे मां ही कहा।मां ही संतान के दोषों को सुधारते हुएउसके कल्याण के लिए सदा प्रयासशीलरहती है। एक सांसारिक मां अपनी संतानके लिए इतनी कल्याणमयी रहती है। साध्वी बहन जी ने कथा के अंतर्गत यह भी बताया कि शांतमयी डगर की तलाश भला किसे नहीं होती? कौन है जिसे सुसज्जित,श्रेष्ठ और आनदपूर्ण समाज में जीनेकी आकांक्षा नहीं होती? सारासमाज तो नहीं परन्तु अधिकतर लोग ऐसे ही होते हैं जो अपनीआंखों में शांतमय संसार का स्वप्नसमाए रखते हैं, जो देखते हैं कि समाज पल-प्रतिपल टूट-बिखरहै, समस्याएं जोंक की तरह उसकाखून चूस रही हैं।साध्वी जी ने बताया कि मानव जीवन्त होते हुए भी आज प्राण विहीन है। आनंद का सागरहोते हुए भी सुख के एक कतरे कोतरस रहा है। मनुष्य के भीतर प्रकाशकी आभा है पर फिर भी वह अंधेरों में भटक रहा है,और इसी विलगताके कारण निरंतर दुखों के भंवर में फंसता व अशांत होता जा रहा है।मानव मन की शांति ही विश्व शांति का आधार है, उसके भीतर केपरिवर्तन से ही समाज में परिवर्तनसंभव हो सकता है। उन्होंने कहाकि मानव मन को शान्त करने का कारगर सूत्र-ब्रह्मज्ञान है, जिस समयएक तत्वदर्शी सद्गुरु का हमारेजीवन में पदापर्ण होता है तो वहहमें प्रभु के प्रकाश रूप का दर्शन हमारे भीतर ही करवा देते हैं।भक्ति मार्ग पर अग्रसर होकरही मनुष्य के भीतर सकारात्मक परिवर्तन का आरम्भ होता है।कथा को मां भगवती की पावन आरती करके स्थगित किया गया। और साध्वी भारगवी भारती, शीतल भारती , सदया भारती के द्वारा भजनों का गायन बहुत सुंदर ढंग से किया गया। इस मौके पर विधायक रमन अरोड़ा, गीता अरोड़ा, राजेश खन्ना, महेश मखीजा, राहुल बाहरी, हर्षित, देवेंद्र वर्मा, प्रवीण होंडा, धर्मपाल, संदीप कुमार, संजय शर्मा, राजकुमार शर्मा, विपन सभरवाल, अभी सभरवाल, अमित सहगल, जितेंद्र सहगल, किशन लाल आदि मौजूद थे।
On behalf of Divya Jyoti Jagrati Sansthan, a three-day Katha based on Goddess Mahima, “Ya Devi Sarvabhuteshu” was organized.