फ्रंट लाइन (जालंधर) जालंधर की बेटी को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 17 वर्षीय कुसुम को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार कोरोना के कारण 2020 से 2022 तक के 3 साल के दिए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि भारतीय बाल कल्याणा परिषद द्वारा कुसुम को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।
गौरतलब है कि कुसुम कलाई कटने के बाद भी लुटेरों से भिड़ गई थी। कुसुम जालंधर के फतेहपुरी मोहल्ला नींबू वाली गली में रहती है। कोरोना कल के दिनों में वह अपने ट्यूशन सेंटर से लौट रही थी तभी अचानक मोटरसाइकिल सवार 2 लुटेरों ने उसका मोबाइल खींचना खींच लिया। कुसुम बिना डरे लुटेरों से भिड़ गई। लुटेरों ने उसकी कलाई पर तेजधार हथियार से हमला भी किया लेकिन कुसुम ने हार नहीं मानी और लुटेरों को काबू कर लिया।
बताया जा रहा है कि कुसुम ताइक्वांडो की खिलाड़ी है और एन.सी.सी. की कैडेट भी है। उसके भाई ने उसे कोरोना काल के दौरान मोबाइल फोन ऑनलाइन क्लासे लगाने के लिए दिया था। कुसुम की बहादुरी को देखते हुए पंजाब सरकार उसे सम्मानित कर चुकी है, पूर्व सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने उसे एक लाख रुपए का ईनाम दिया था। इसके साथ ही पूर्व पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने भी 50 हजार रुपए नकद ईनाम व मोबाइल फोन दिया था।
बताया जा रहा है कि लुटेरें ने खुद कहा था कि वह पेशेवर अपराधी है लेकिन उसने इतनी दिलेर लड़की आज तक नहीं देखी। लोग तेजधार हथियार देखकर पीछे हट जाते हैं लेकिन यह कलाई कटने के बाद भी लड़ती रही।
This brave daughter of Jalandhar city will be honored with National Bravery Award
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