फ्रंट लाइन (रमेश नवदीप) जालंधर के लतीफपुरा मामले को आज 13 दिन बीत गए हैं। पीड़ितों के साथ दिन रात किसान व जत्थे बंदियों के सदस्य मौजूद है और राजनीतिक पार्टियों के नेता यहां पर पहुंच कर पीड़ित लोगों की समस्याएं सुनते हैं और चले जाते हैं लेकिन इस समस्या का समाधान कोई निकाल रहा है।
बता दें लतीफपुरा में चली डिच मशीन से बेघर हुए निवासियों को पंजाब सरकार ने फ्लैट देने की घोषणा की है। सरकार ने लतीफपुरा बेघर निवासियों को जालंधर के गुरु अमरदास नगर के पास बने बीबी भानी काम्पलेक्स में फ्लैग देने की बात कही है। यह भी जानकारी मिली है कि लोगों ने ने वाहां पर जाने से साफ मना कर दिया है क्योंकि वह सरकारी फ्लैट हैं और वहां की हालत बहुत ही बदतर है।
लोगों ने वहां पर रहने से मना कर दिया है, उनका कहना है कि इन सरकारी फ्लैटों की दीवारों पर से तो सीमैंट तक उतर चुका है, दरवाजे व खिड़कियों की शीशे भी टूटे हुए हैं। यही नहीं जगह-जगह पर गंदगी के ढेर लगे हुए है और सीवरेज भी जाम हैं। फ्लैट के कई कमरों में से तो नशीले पदार्थ भी बरामद हुए हैं, इन कमरों का हाल बहुत ही बुरा है। यहां पर सफाई का कोई प्रबंध नहीं है। आपको यह भी बता दें जब से सरकार ने इन फ्लैट को लतीफपुरा के बेघर लोगों को देने के वादा किया तब से यहां पर कुछ साफ सफाई का काम शुरू हो चुका है।
लतीफपुरा निवासियों का इन फ्लैट को लेकर कहना है कि यह सरकारी है। पंजाब सरकार ने लतीफपुरा में उनके घरों यह कह कर तोड़ दिया कि सरकारी जमीन है लेकिन जो फ्लैट सरकार दे रही है वह भी सरकारी है। लोगों ने कहा कि अगर कल को सरकार इन फ्लैटों को तोड़ने के आदेश दे दिए तो वह कहां पर जाएंगे। उन्हें अपनी जमीन पर ही घर चाहिए चाहे कितना भी संघर्ष करना पड़े वही कहीं और नहीं जाएंगे।
Punjab government is giving these ruins to the residents of Latifpura after demolishing the houses