फ्रंट लाइन (फिरोजपुर) फिरोजपुर के जीरा में शराब फैक्टरी के बाहर जो धरना लगाया गया है उसे लेकर माहौल तनावपूर्ण हो गया है। पुलिस प्रदर्शनाकिरयों को खदेड़ने पहुंची हैं। पूरा एरिया छावनी में तबदील हो गया है। इस दौरान प्रदर्शनाकिरयों द्वारा पुलिस की कार्रवाई का सख्त विरोध किया जा रहा है। प्रदर्शनाकारी और पुलिस आमने-सामने खड़े हैं।
स्थानीय लोगों द्वारा बठिंडा-अमृतसर 54 नेशनल हाईवे जाम करने की कोशिश की गई परंतु पुलिस ने वहां से भी लोगों को खदेड़ दिया है। रास्ता साफ करवा दिया है। पुलिस द्वारा हलके बल का प्रयोग किया गया। महिलाओं प्रदर्शनकारियों और 100 के करीब धरनाकारियों को हिरासत में लिया गया है। धरने के नेता फतेह सिंह हटौंल को हिरासत में लिया गया है इसके साथ ही जगसीर सरां और बलराज भी पुलिस हिरासत में हैं। तनावपूर्ण माहौल के चलते वहां खाली कैंटर, जे.सी.बी. मशीन, दंगा रोकू वाहन का इंतजाम किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने जो टैंट लगाया था उसे उखाड़ दिया गया और अन्य सामान भी कैंटर में भर लिया गया है। प्रदर्शनाकिरयों के शैड जे.सी.बी. मशीनों द्वारा उखाड़ा जा रहा है। महिलाओं का आरोप है कि गांव में रात को लाइटें बंद कर उन्हें घर से गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि 4-5 महीने से जीरा में शराब फैक्टरी के बाहर स्थानीय लोगों द्वारा धरना दिया जा रहा था। लोगों की मांग की थी शराब की फैक्टरी बंद की जाए। उससे उनके इलाके का वातावरण प्रदूषित हो रहा है। इस मामले को लेकर सी.एम. मान से मीटिंग की गई। कृषि मंत्री धालीवाल ने भरोसा दिया परंतु किसान अपनी बात पर डटे रहे। उन्होंने कहा कि जब तक फैक्टरी बंद नहीं की जाती तब तक धरना जारी रहेगा। पक्का मोर्चा प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना है। नेशनल हाईवे से रास्ता साफ करने के बाद पुलिस अब शराब फैक्टरी की ओर रुख कर रही है जहां प्रदर्शनकारी बैठे हैं और वहीं अखंड पाठ चल रहे हैं।
जिक्रयोग्य है कि हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को 15 करोड़ रुपए का जुर्माना किया है। इससे पहले सरकार को 5 करोड़ रुपए का जुर्माना किया गया था। 20 तारीख हाईकोर्ट को जवाब तलब करना है जिसके चलते प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई की गई है।
Police detained 100 farmers sitting on dharna in Jeera. Case registered on 159. the atmosphere became tense