फ्रंट लाइन (चंडीगढ़) पंजाब पुलिस ने तरनतारन आर.पी.जी. अटैक मामले को सुलझा लिया है। डी.जी.पी. गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि तरनतारन आर.पी.जी. अटैक के पीछे आई.एस.आई. का हाथ है और गैंगस्टर लखबीर लंडा इस हमले का मास्टरमाइंड है। गैंगस्टर लंडा ने आई.एस.आई. के इशारे पर इस वारदात को अंजाम दिया है। इस मामले में पुलिस द्वारा 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमे से दो आरोपी नाबालिग हैं। इसके साथ ही एक आरोपी को रिमांड पर लाया गया है। उन्होंने बताया कि नाबालिगों को इस वारदात को अंजाम देने के लिए 8.50 लाख रुपय दिए गए थे और यह आरोपी एक दूसरे को नहीं जानते थे।
डी.जी.पी. गौरव यादव ने बताया कि बड़े ही शातिर तरीके से गैंगस्टर लंडा द्वारा इस वारदात की साजिश रची गई। उन्होंने कहा कि लंडा ने खुफिया एजेंसी के इशारे पर यह साजिश रची थी। गोइंदवाल जेल में यह पूरी साजिश रची गई थी और कनाडा में बैठा गैंगस्टर लंडा आरोपियों को गाइड कर रहा था। 1 दिसंबर को आर.पी.जी. तरनतारन के बरहला गांव में सप्लाई किया गया था। आरोपियों ने 8 दिन उसे अपने पास रखा था। काबू किए गए आरोपियों से वारदात के समय इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद की गई है। पुलिस को आरोपियों से हथियारों का जखीरा भी बरामद हुआ है। वही चोहला साहिब के दो आरोपी अभी भी फरार हैं।
Tarn Taran RPG attack case solved, this gangster turned out to be the mastermind of the attack