फ्रंट लाइन (जालन्धर) पनबस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर 2 घंटे के लिए बस स्टैंड पर बसों का चक्का जाम कर दिया गया जिसमें किसी भी बस को अंदर नहीं आने दिया गया और न ही बाहर जाने दिया गया। यूनियन कर्मचारियों का कहना है कि उनकी लंबित मांगों की ओर मैनेजमेंट राज्य सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है जिसके चलते उन्हें मजबूरन संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। डिपो प्रधान सतनाम सिंह, शमशेर सिंह, गुरप्रीत सिंह ने कहा कि ट्रांसपोर्ट विभाग और ट्रांसपोर्ट मंत्री के साथ हुई बैठकों में अहम मुद्दों पर विचार तो किया गया लेकिन उन्हें अमलीजामा नहीं पहनाया जाता । जिस कारण कर्मचारियों में भारी रोष उत्पन्न हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की हुई नजायज रिपोर्टों को जल्द बंद किया जाए और उनकी बहाली तुरंत की जाए। उक्त नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा बिना ट्रेनिंग दिए गए ड्राइवरों की भर्ती नाजायज है जिसे वह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस 2 घंटे की हड़ताल के कारण यात्रियों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ी क्योंकि बस स्टैंड से सरकारी बसों का चक्का जाम था और बस स्टैंड के काउंटरों पर कोई बस नहीं खड़ी थी । इसका फायदा निजी ट्रांसपोर्ट संचालकों द्वारा उठाया गया क्योंकि उन्होंने अपनी बसों को बस स्टैंड के बाहर लगाकर सवारियों को भरा और ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति पैदा कर दी । यूनियन नेताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगों की ओर ट्रांसपोर्ट विभाग और राज्य सरकार ने कोई ध्यान ना दिया तो वह अपना संघर्ष इसी तरह जारी रखेंगे।