फ्रंट लाइन (चंडीगढ़) चंडीगढ़ में आज पंजाब कैबिनेट की बैठक हुई है जिसमें अहम फैसले लिए गए हैं जिसकी जानकारी सी.एम. मान ने प्रेस कान्फ्रेंस कर दी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों के धरने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने किसानों के मोर्चों को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कृषि के लिए जो फैसले लिए जाते हैं उन्हें लागू करने के लिए थोड़ा समय लगता है। धरने की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा बात-बात पर धरने लगाना रिवाज ही बन गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों से रोड जाम न करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने धरना लगाना है तो वह डी.सी. दफ्तर के सामने या किसी मंत्री के घर के बाहर धरना लगाएं। उन्होंने कहा कि वह खुद किसान परिवार से हैं। सी.एम. मान ने किसानों के धरनों से तंग आकर कहा कि जत्थेबंदियों ने धरने में हाजिरी दिखानी होती है। जत्थेबंदियों ने फंड इकट्ठे करने होते हैं। सी.एम. मान ने कहा कि कुछ जत्थेबंदियों ने खर्चा दिखाना होता है। उन्होंने खफा होते हुए कहा कि कहीं धरना लगाना होता है तो पहले ही महीनावार बुकिंग होती है। अगर इस तरह मुश्किलें आती रही तो आम लोगों का किसानों के साथ सहयोग कम हो जाएगी।
उन्होंने किसानों से कहा कि गन्ने के नए भाव जारी कर दिए गए हैं। नए भाव में सरकार का 50 रुपए प्रति क्विंटल हिस्सा होगा। गेहूं के लिए 1000 रुपए प्रति क्विंटल सब्सिडी दी गई है। 2 लाख क्विंटल बीज सब्सिडी देने का उद्देश्य है। किसानों को 1500 रुपए प्रति क्विंटल सहूलियत दी गई है। मूंगी की फसल एम.एस.पी. दी गई। सरकार ने किसानों को 40 करोड़ रुपए अदा किए हैं। सरकार पर गन्ना किसानों को कोई बकाया नहीं है। सीधी बिजाई करने वालों को 24 करोड़ 83 लाख रुपए दिए गए हैं। बता दें कि पंजाब कैबिनेट में कई फैसलों पर मोहर लगी है। गन्ने की फसल को लेकर नोटिफिकेशन को मंजूरी दी गई है।
Farmers should not disturb the people by protesting, CM Bhagwant Mann targeted the farmers