फ्रंट पुलिस की मौजूदगी में पंजाब में हुई दो हत्याओं के बाद सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। मुख्यमंत्री को हिमाचल चुनाव के बीच में ही पुलिस अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए बैठक बुलानी पड़ी। सरकार के सात माह के कार्यकाल के बाद अचानक बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर आप सरकार भी चिंतित है। उधर, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने सरकार को अनुभवहीन और अक्षम करार देते हुए आरोप लगाया कि राज्य में अराजकता का माहौल बनने लगा है।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को ट्वीट किया- हर रोज कत्ल, दिनदहाड़े गोलीबारी, दुख की बात है कि पंजाब अराजकता की ओर बढ़ रहा है। भगवंत मान की अगुवाई वाली सरकार यह सब रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकी। मैं उनसे दृढ़ता से आग्रह करता हूं कि इससे पहले कि हम 80 के दशक के काले युग की ओर बढ़ें, प्रदेश की कानून व्यवस्था पर ध्यान देना शुरू कर दें।
पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के राज में पंजाब में गैंगस्टरिज्म बढ़ रहा है, जिसे रोकने में वर्तमान सरकार विफल रही है। जबसे आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में आई है, तब से ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, मुख्यमंत्री का ट्वीट सामने आता है कि शांति भंग नहीं होने दी जाएगी लेकिन हत्याएं जारी हैं।
पूर्व सांसद और भाजपा नेता सुनील जाखड़ ने कहा है कि कोटकपूरा में दिनदहाड़े प्रदीप शर्मा की हत्या और हाल ही में अमृतसर में सुरक्षा घेरे के बीच शिवसेना नेता सुधीर सूरी की हत्या, राज्य में कानून-व्यवस्था की पोल खोल रही है। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है लेकिन शांतिप्रिय लोगों को झकझोर देने वाली ऐसी घटनाओं के बावजूद वह गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार को प्राथमिकता दे रहे हैं।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह भाग चुकी है और पंजाब में अराजकता फैल चुकी है। लोगों ने कानून अपने हाथ में लेकर हत्याएं करनी शुरू कर दी हैं, जो राज्य के लिए खतरे की घंटी है। कोटकपूरा में एक डेरा प्रेमी की हत्या का जिक्र करते हुए वड़िंग ने कहा कि किसी भी हत्या को जायज नहीं ठहराया जा सकता और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता राजिंदर कौर भट्ठल ने कहा कि कोटकपूरा हत्याकांड ने पंजाब में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 1980 के दशक में पंजाब को बांटने और हिंदू-सिख एकता को खंडित करने की साजिश रची गई थी, इसलिए अब सरकार को गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अमित विज ने कहा कि पंजाब के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है और मुख्यमंत्री चुनावी दौरे कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री मान से अपील की है कि वे पहले अपना घर संभालें। उन्होंने सरकार से ऐसी घटनाओं को तुरंत रोकने की अपील की है।
Question on law and order, opposition said – people are afraid, CM is busy campaigning in other states