फ्रंट लाइन (रमेश, नवदीप) जालंधर पुलिस के चौकी इंचार्ज द्वारा 36 लाख गबन करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दरअसल, इस मामले में चौकी इंचार्ज को लाइन हाजर करने के बाद एक आप विधायक इस मामले को दबाने में लगा हुआ है। क्योंकि इस विधायक का करीबी व विवादित रिश्तेदार इस फ्राड में शामिल बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि चौकी इंचार्ज के खिलाफ रामा मंडी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। धारा 166,406 के साथ साथ अन्य धाराएं भी लगाई गई हैं। कहा जा रहा है कि चौकी इंचार्ज को पहले सी.आई.ए. में रखा गया था लेकिन विधायक के रिश्तेदार के फंसने के डर से चौकी इंचार्ज को छोड़ दिया गया है।
क्या है मामला
बता दें कि कुछ दिनों पहले एक स्कूल से 36 लाख रुपए कैश चोरी हो गया था। वह चोरी एक बिजली मकैनिक ने की थी। चोरी हुई सारी रकम ब्लैक थी जिसका पता एस.एच.ओ. को जांच में लग गया। इसी बात का फायदा लेने के लिए एस.एच.ओ. ने चोर को ट्रेस करने के लिए दिन-रात एक कर दिया और चोर पकड़ा भी गया। पूछताछ में पता लगा कि उसने करीब 4 लाख रुपए के गहने और अन्य सामान खरीद लिया जबकि बाकी का कैश उसके पास है। एस.एच.ओ. को यह भी पता था कि 36 लाख में से सिर्फ 8 लाख वाइट मनी है। थाना प्रभारी ने वह 8 लाख बरामद कर लिया जबकि जिस 4 लाख का सामान खरीदा था वह भी रिकवर करके बरामदगी में दिखा दिया गया।
एस.एच.ओ. ने एक चौकी इंचार्ज के साथ मिल कर बाकी के 24 लाख डकार लिए लेकिन यह बात ज्यादा समय तक पुलिस अधिकारियों से नहीं छिप सकी। जैसे ही अधिकारियों को एस.एच.ओ. की इस करतूत बारे पता लगा तो एस.एच.ओ. को लाइन हाजिर कर दिया गया। यह मामला जानने के लिए उच्च अधिकारियों ने उस चोर को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की तो उसने कबूल लिया कि वह चोरी के 32 लाख रुपए एस.एच.ओ. को दे चुका है जबकि चोरी के 4 लाख का जो सामान खरीदा था वह भी पुलिस के पास ही है। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर यह मामला खुल कर सामने आया तो जालंधर पुलिस के कई अधिकारियों की पोल खुल जाएगी। Case registered against outpost in-charge in 36 lakh fraud case, police engaged in saving relative of AAP MLA