फ्रंट लाइन (ब्यूरो) सिख धर्म में लगातार धर्म परिवर्तन एक बहुत ही चिंता का विषय है और इसे रोकने के लिए सभी प्रतिनिधि सिख संगठनों और सिख संगठनों को एक संयुक्त प्रयास करना चाहिए। ये विचार हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार टांडा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान व्यक्त किए। जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि सिख धर्म किसी धर्म या संप्रदाय के खिलाफ नहीं है और श्री गुरु नानक देव जी द्वारा दिखाए गए मार्ग के अनुसार हर धर्म का सम्मान करता है, लेकिन यदि झूठे पादरियों या पाखंड का प्रचार करके सिखों को धर्म प्रचार करने के लिए उकसाया जाएगा तो वह बर्दाश्त करने योग्य नहीं होगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस धार्मिक परिवर्तन आंदोलन को किसी भी विवाद और संघर्ष से रोकने के लिए हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भी इस आंदोलन में योगदान देगी।
इस मौके पर उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के चुनाव कराने की मांग करते कहा कि अगर पंजाब विधानसभा चुनाव 5 वर्ष बाद हो सकते हैं तो 11 वर्ष बीत जाने के बाद भी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव क्यों नहीं कराए जा रहे। इस मौके पर उन्होंने सिख समुदाय से अपील की कि जितना हो सके गुरु शबद से जुड़कर अपने धर्म में परिपक्व बनें और दूसरे धर्मों का सम्मान करें। यही है सच्चे सिख की निशानी। इस मौके पर डॉ. सुखविंदर सिंह बेदी, डॉ. सुखमीत सिंह बेदी, सरपंच कुलवंतवीर सिंह, सरपंच गुरमीत सिंह, बाबा गुरसेवक सिंह रंगीला, सुखपाल सिंह, दलवीर सिंह आदि भी उपस्थित थे।
Jathedar Daduwal warned the campaigners of hypocrisy, said important thing about Shiromani Committee elections