केंद्र सरकार द्वारा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय करने के लिए बनाई गई एम.एस.पी. कमेटी के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चे ने बड़ा ऐलान किया है। इस कमेटी के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा पूरे देश में 31 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक ट्रेनों का चक्का जाम किया जाएगा। इस दौरान मोर्चे द्वारा सड़कों पर आवाजाही नहीं रोकी जाएगी। केंद्र द्वारा बनाई गई कमेटी के खिलाफ धरना दिया जाएगा। यह जानकारी भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल जत्थेबंदी के प्रधान हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने दी। उन्होंने आरोप लगाया कि एम.एस.पी. कमेटी केंद्र सरकार की कठपुतली की तरह काम करेगी, इसलिए वह इसके ट्रेनों का चक्का करेंगे।
इस दौरान मोर्चे द्वारा यह भी ऐलान किया गया कि 18, 19 और 20 अगस्त को लखीमपुर खीरी में किसानों को इंसाफ दिलवाने के लिए 75 घंटों का आंदोलन किया जाएगा। संयुक्त आंदोलन मोर्चे के नेताओं ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान शहीद हुए 115 किसानों के परिवारों को पंजाब सरकार द्वारा नौकरियां देने का ऐलान किया गया था, जो अभी तक नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को उन्हें जल्द नौकरियां देनी चाहिए। किसान नेताओं ने कहा कि भगवंत मान की सरकार द्वारा मूंगी की फसल पर एम.एस.पी. नहीं दी गई। सरकार ने 4 से 5 हजार रुपए ही किसानों को कीमत दी है जबकि कीमत 7200 रुपए तय की गई थी।
Big announcement of United Kisan Front, trains will be jammed on this day