फ्रंट लाइन (ब्यूरो) पंजाब के प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से आयुष्मान योजना के अंतर्गत मरीजों के किए इलाज का 250 करोड़ रुपए पंजाब सरकार की तरफ बकाया खड़ा हो गया है और अदायगी न होने के कारण प्राईवेट अस्पतालों ने इस स्कीम के अंतर्गत मरीजों का इलाज बंद कर दिया है। इस बारे में जानकारी देते आई.एम.ए. पंजाब के प्रधान डॉ. परमजीत मान ने बताया कि 250 करोड़ रुपए के करीब बकाया होने के कारण प्राईवेट अस्पतालों को चलाना कठिन हो गया है। सरकार को बार-बार अदायगी की अपील की है पर चार महीनों से अधिक समय बीत चुका है और सरकार अदायगी नहीं कर रही। उन्होंने बताया कि आखिरी बार 29 दिसंबर के करीब अदायगी हुई थी एक सवाल के जवाब में डॉ. मान ने बताया कि उनकी 20 अप्रैल को सेहत मंत्री डा. विजय सिंगला के साथ मीटिंग हुई थी, जिन्होंने अदायगी का भरोसा दिलाया था पर कोई अदायगी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हमें हर बार यही कहा जा रहा है कि 10 दिन रुक जाओ, 15 दिन रुक जाओ पर अब पानी सिर से पार कर चुका है, इसलिए इस स्कीम के अंतर्गत इलाज बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने बताया कि 29 दिसंबर 2021 के बाद आयुष्मान योजना के अंतर्गत सरकार की तरफ से प्राईवेट अस्पतालों की बकाया राशि का कोई भुगतान ही किया गया। पहले पूर्व कांग्रेस सरकार ने तीन महीने तक अस्पतालों का भुगतान लटका कर रखा था। अब आम आदमी पार्टी उन्हें बकाया राशि देने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।