फ्रंट लाइन (पटियाला) पंजाब में चाहे धान का सीजन शुरू होने को करीब ढाई महीने से ज्यादा का समय बाकी है लेकिन राज्य में बिजली संकट गंभीर होता जा रहा है। बीती देर रात 10 बजे राजपुरा थर्मल पलांट का यूनिट नंबर 1 तकनीकी खराबी के कारण बंद हो गया जबकि रोपड़ स्थित गुरू गोबिन्द सिंह सुपर थर्मल पलांट का यूनिट नंबर 4 दोपहर 3 बजे तकनीकी में खराबी आने के बाद बंद हो गया परन्तु शाम 7 बजे के करीब यह फिर शुरू हो गया।
जानकारी के अनुसार थर्मल पलांट के मामले में इस समय राजपुरा थर्मल पलांट का एक यूनिट, तलवंडी साबो के तीनों यूनिट, गोइन्दवाल साहिब का एक यूनिट, रोपड़ पलांट के तीनों यूनिट और लहरा मोहब्बत पलांट के चारों यूनिट बिजली पैदा कर रहे हैं। पावरकॉम अपने सरकारी थर्मलों से भी इस समय पूरी बिजली उत्पादन क्षमता ले रहा है। बीते दिन रोपड़ प्लांट की बिजली उत्पादन क्षमता यानि प्लांट लोड फैक्टर 74.39 रहा, जबकि लहरा मोहब्बत प्लांट से पावरकॉम ने 95.93 प्रतिशत बिजली उत्पादन किया। प्राइवेट थर्मल प्लांटों में तलवंडी साबो से गत दिन 69.87, राजपुरा से 80.53 और गोइन्दवाल साहिब प्लांट से 42.5 प्रतिशत क्षमता पर बिजली उत्पादन हुआ।
दूसरी ओर ओपन एक्सचेंज में भी बिजली का भाव आसमान पर चढ़ा हुआ है। एक्सचेंज में इस समय बिजली 17 रुपए प्रति यूनिट की दर पर बिक रही है। कोयला संकट की बात करें तो इस समय तलवंडी साबो प्लांट में तकरीबन आधा दिन का कोयला बाकी है। राजपुरा में 7.2 दिन और गोइन्दवाल साहिब में 1.5 दिन का कोयला बाकी है। सरकारी थर्मलों में से रोपड़ प्लांट में 15.5 और लहरा मोहब्बत में 16.9 दिन का कोयला बाकी है।
Power crisis became serious: Now one unit of this plant is closed