फ्रंट लाइन (रमेश कुमार) कोविड के कारण हिमाचल जाने वाले लोगों की टेस्ट रिपोर्ट की लंबे समय से चैकिंग हो रही थी। परंतु सरकार की तरफ से बीते समय इस चैकिंग को रोककर बॉर्डर खोल दिए गए, जिसके बाद बाहर से आने वाली गाड़ियां बिना किसी रोक-टोक के हिमाचल में दाखिल हो रही थी। परंतु हिमाचल में कोरोना दोबारा अपने पैर पसारने लगा है। मंगलवार को 3 लोगों की कोरोना से मौत होने की वजह से सरकार ने हिमाचल के बार्डर फिर से सील कर दिए हैं। इसके लिए सरकार ने एक नया आदेश जारी कर दिए है। इस नए आदेश के मुताबिक बार्डर से दाखिल होने वालों को कोरोना वैकसीनेशन की दोनों डोज का सर्टिफिकेट और कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरुरी होगा। इसलिए हिमाचल जाने वाले लोग सावधान हो जाएं। क्योंकि बिना कोरोना रिपोर्ट के जाने वाले लोगों को हिमाचल के बार्डर पर सख़्त पाबंदी होने के कारण मंजूरी नहीं मिलेगी।
मिली जानकारी के अनुसार बार्डर पुलिस और अलग -अलग विभागों से सबंधित सरकारी कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है, जो रिपोर्ट की जांच करने के बाद ही गाड़ियों को आगे जानें देंगे। आज ऊना बार्डर पर पुलिस का सख्त पहरा रहा और बिना रिपोर्ट दिए जाने वाली गाड़ियों को पुलिस की तरफ से वापस भेज दिया गया। वहीं बस चालकों की तरफ से हिमाचल जा रहें सवारियों को भी बार्डर पर उतार दिया गया, जिसके बाद उनको दूसरी बस से द्वारा वापस जालंधर आना पड़ा।
बस चालकों को असुविधा होने पर जब पंजाब रोडवेज और पनबस के आधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी। वहीं जालंधर से हिमाचल के लिए बस लेकर गए चालक दलों ने बताया कि बार्डर पर जो टीमें तैनात की गई हैं, उनके पास कोरोना की जांच करने के लिए कोई उपकरण नहीं था, जो सबसे ज्यादा परेशानी का कारण बना। हिमाचल से बसें लेकर आ रहे चालकों ने बताया कि जाते समय उनकी चैकिंग हुई थी। परंतु वापसी में जब वह पंजाब की सीमा पर पहुंचे तो कोई चैकिंग नहीं हुई।
हिमाचल की बसों ने बिना रिपोर्ट वाले यात्रियों को बैठाने से किया इंकार
कोरोना को लेकर हिमाचल पुलिस की तरफ से गई सख्ती की वजह से जहां एक तरफ यात्रियों को बार्डर पर परेशानी आ रही थी, तो वहीं बस अड्डो में भी उनको हिमाचल के लिए रवाना होने में कई दिक्कतो का सामना करना पड़ा। जहां पर बसों में बिना रिपोर्ट वाले यात्रियों को बैठाने से इंकार कर रही हैं। एक यात्री ने बताया कि टिकट देने से पहले हिमाचल के बस कंडक्टर ने उनसे रिपोर्ट मांगी।