नए किस्म का पेसमेकर डालकर दिल के मरीज को दिया नया जीवन: डॉ. अमित जैन
फ्रंट लाइन (रमेश कुमार) जालन्धर हार्ट सेन्टर, फुटबाल चौंक जालन्धर में डा. अमित जैन हार्ट स्पेशलिस्ट व उनकी टीम ने 58 वर्ष के रोगी जिसकी दिल की धड़कन काफी कम थी और मरीज को बार-बार बेहोशी आ रही थी, उनको नये प्रकार का पेसमेकर लगाकर नया जीवन प्रदान किया गया है। डा. अमित जैन ने बताया कि यह नया पेसमेकर पंजाब में पहली बार किसी मरीज को लगाया गया है, जो कि अपने आप में तारीफ के काबिल हैं। आम तोर पर पेसमेकर छाती में कंधे के नीचे लगाया जाता है, जिसकी तारें दिल के अन्दर तक जाती है।
इसमें इनफेक्शन होने, फेफड़ों में हवा भरने, तारों का क्रेक होना, नसें बंद होने जैसे साईंड इफैक्ट हो सकते हैं। मरीज को ज्यादा ऊपर नहीं उठाना, ज्यादा बिजली की तारों के पास से नहीं निकलना जैसे परहेज की हिदायद दी जाती है और मरीज को हर समय लगता है कि उसकी छाती में कुछ रखा है। डा. अमित जैन ने बताया कि यह नये किस्म का पेसमेकर दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर है, जिसका आकार एक विटामिन के कैपसूल जितना है और वज़न सिर्फ 2 ग्राम है और बाकी पेसमेकर के मुकाबले 90% छोटा है। यह टांग की नस से सीधा दिल के अन्दर फिट किया जाता है। जिससे की मरीज को इसके बारे में पता नहीं चलता और इसमें ना ही कोई तार होती है, जिसके क्रेक होने का कोई डर नहीं होता। इसमें कोई चीरा भी नहीं लगाना पड़ता। इसके साईंड इफैस्ट भी ना होने के बराबर है और मरीज को कोई इनफैक्शन यां फोफड़ों में हवा भरने का डर भी नहीं होता। आप्रेशन के अगले दिन मरीज की छुट्टी भी हो जाती है और उसको किसी प्रकार की पट्टी या एंटी बोएटीक्स की जरूरत भी नहीं पड़ती है। यह पेसमेकर का भविष्य है और जिन मरीजों की दिल की धड़कन काफी कम है उनके लिए यह वरदान का रूप है।
New life given to heart patient by inserting a new pacemaker