जालंधर 12 जून (रमेश कुमार) आज भारतीय जनता पार्टी पंजाब प्रदेश के उपाध्यक्ष व जालंधर शहर के पूर्व मेयर राकेश राठौर ने प्रदेश की कैप्टन सरकार के ऊपर और जालंधर के सभी कांग्रेसी विधायकों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कल जिस तरह से पूरे प्रदेश भर में कांग्रेसी नेताओं द्वारा पेट्रोल की बढ़ती हुई कीमतों को लेकर केंद्र सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किए गए वह महज एक राजनीतिक स्टंट था क्योंकि अब चुनावी वर्ष शुरू हो चुका है और सभी कांग्रेसी जानते हैं कि पिछले 4 साल से प्रदेश में सत्ता पर काबिज कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश की जनता को किसी भी तरह की कोई सुविधा पूरे प्रदेश में नहीं दी और ना ही अपने किसी चुनावी वादे को पूरा किया है जिस से ध्यान भटकाने के लिए वह प्रदेश की जनता को इस तरह के झूठे राजनीतिक स्टंट के लिए तेल की बढ़ती हुई कीमतों के खिलाफ प्रदर्शन कर महज ड्रामा कर रहे है। राकेश राठौर ने कहा कि आज पूरा पंजाब प्रदेश माफिया के संरक्षण में काम कर रहा है जिसमें शराब माफिया, रेत माफिया,भ्रष्टाचार, जिससे कि प्रदेश की सरकार का पूरा संरक्षण प्राप्त है। राकेश राठौर ने कहा कि दूसरी और आज प्रदेश का पूरा सरकारी तंत्र और अफसरशाही कांग्रेसी राजनेताओं और मंत्रियों के गुर्गों के आगे घुटने टेक चुकी है। राठौर भी कहा कि आज पूरे प्रदेश में घोटालों का बोलबाला हो चुका है आज दिन प्रतिदिन नए नए घोटालों हो रहे हैं राकेश राठौर ने कहां सभी कांग्रेसी नेताओ मंत्रियों और विधायकों को प्रदेश की कैप्टन सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करके राज्य सरकार को अपने हिस्से के टैक्स कम करके जनता को फौरी राहत तुरंत प्रदान करनी चाहिए।विदित रहे कि आज पूरे उत्तर भारत में जितने भी हमारे पड़ोसी राज्य हैं चाहे वह हरियाणा चंडीगढ़ या हिमाचल प्रदेश है वहां पर तेल की कीमतों में 7 से 8 फ़ीसदी रेट कम है तो क्यों कैप्टन सरकार अपने हिस्से के टैक्सों में कमी कर और राज्य की जनता को राहत प्रदान कर सकती है पर वह अपनी कमाई में कुछ भी कटौती नहीं करना चाहती उल्टा वह केंद्र से मिलने वाले फायदों में भी अपनी कमाई का जरिया निकाल रही है ताकि यह कमाई उनके भ्रष्टाचार में अपनी कमाई बढ़ाने का जरिया साबित हो सके आज तेल के रेट पूरे वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे हैं इसमें केंद्र सरकार का कोई भी दोष नहीं है क्योंकि आज सभी तेल उत्पादन करने वाली कंपनियों को अपने उत्पादन और लागत को पूरा करने के लिए तेल की कीमतों में इजाफा करना पड़ रहा है और तेल की रेट को बढ़ाना है या कम करना अब तेल कंपनियों के हाथ में है पिछली बार भी जब तेल के रेट बड़े थे तब केंद्र सरकार ने अपनी हिस्से की एक्साइज ड्यूटी में से ₹2.50 कम कर सभी राज्यों को आग्रह किया था कि वह अपने अपने हिस्से के टैक्स में कमी करके अपने अपने प्रदेश की जनता को राहत प्रदान करें विदित रहे कि आज पूरे देश में जिस जिस प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है वहां पर तेल की कीमत कम है क्योंकि वहां की सरकारों ने अपने-अपने हिस्से के टैक्सों में कटौती कर वहां की जनता को राहत प्रदान की हुई है। A political stunt of congress party